भारत का इतिहास: अत्यंत प्राचीन से स्वतंत्रता तक का सफर"
भारत का इतिहास
भारत, एक अत्यंत प्राचीन और समृद्धि भरा देश है जिसका इतिहास लगभग 5000 वर्षों तक पहुंचता है। इस अद्वितीय भूमि का इतिहास अनेक युगों, साम्राज्यों, और सांस्कृतिक परंपराओं का परिचय कराता है। भारतीय इतिहास को मुख्य रूप से तीन प्रमुख कालों में विभाजित किया जा सकता है: प्राचीन, मध्यकालीन, और आधुनिक।
**प्राचीन काल (अदिकाल - 1500 ईसा पूर्व):**
भारत का प्राचीन काल वेद, उपनिषद, और पुराणों के युग के रूप में जाना जाता है। इस समय के दौरान, भारतीय सांस्कृतिक धारा ने विकसित होकर विशेष रूप से वर्ण व्यवस्था, यज्ञ, और ध्यान को महत्वपूर्ण बनाया। वेदों की शिक्षाएं, जैसी कि ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, और अथर्ववेद, इस काल के महत्वपूर्ण ग्रंथों में समाहित हैं। महाभारत और रामायण भी इस काल के महत्वपूर्ण इतिहासिक ग्रंथ हैं।
**मध्यकालीन काल (1500 ईसा पूर्व - 1857 ईसा):**
इस काल में, भारत में विभिन्न साम्राज्यों ने अपना प्रभाव बनाए रखा, जैसे मौर्य, गुप्त, चोल, विजयनगर, और मुघल साम्राज्य। आक्रमणों और सामंतवाद के चलते समृद्धि की प्रक्रिया हुई, जिससे विज्ञान, कला, और साहित्य में विकास हुआ। मुघल सम्राट अकबर के शासनकाल में सुलहकूल, नौतीलुस, और न्यायरत्नालय की स्थापना हुई। होलकर, मराठा, सिक्ख, और भोंसले साम्राज्यों ने भी अपना अधिकार स्थापित किया। यह काल सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान का भी दौर रहा।
**आधुनिक काल (1857 ईसा बाद):**
1857 की सिपाही मुटिनी के बाद, ब्रिटिशों का भारत पर अधिकार तेजी से कम हुआ और 1947 में स्वतंत्रता मिली। गांधी जी जैसे नेताओं के नेतृत्व में, असहमति और अहिंसा के सिद्धांत पर
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